पोस्ट का शीर्षक: अर्टिकेरिया: कारण, प्रकार, और होम्योपैथिक उपचार- Dr.Rajneesh Jain विवरण: अर्टिकेरिया, जिसे छपाकी या पित्ती भी कहा जाता है, एक त्वचा की स्थिति है जिसमें त्वचा पर खुजली, लालिमा, और सूजन वाले उभार होते हैं। यह आमतौर पर एलर्जी प्रतिक्रिया के कारण होता है और विभिन्न प्रकार की एलर्जी, संक्रमण, और अन्य कारकों के कारण हो सकता है। अर्टिकेरिया कैसे होता है: अर्टिकेरिया का मुख्य कारण हिस्टामिन नामक रसायन का त्वचा में उत्सर्जन होता है, जिससे रक्त वाहिकाएं विस्तारित हो जाती हैं और तरल पदार्थ त्वचा की ऊपरी परत में प्रवेश कर जाता है। यह प्रक्रिया विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे: एलर्जी (Allergies) : भोजन, दवाइयाँ, कीट काटने, आदि। संक्रमण (Infections) : वायरस, बैक्टीरिया, या फंगस। शारीरिक और मानसिक तनाव (Stress) : मानसिक या शारीरिक तनाव। वातावरणीय कारक (Environmental Factors) : गर्मी, ठंड, दबाव, धूप। अर्टिकेरिया के प्रकार: ...
Welcome to Homoeopathy Today - Dr. Rajneesh Jain Welcome to "Homoeopathy Today," your go-to resource for all things related to homeopathy, brought to you by the esteemed Dr. Rajneesh Jain. At Shree R. K. Homoeopathy Hospital in Sagwara, we are dedicated to providing you with comprehensive information and expert insights on holistic health and homeopathic treatments. About Dr. Rajneesh Jain Dr. Rajneesh Jain is a renowned homeopathic practitioner with years of experience in treating a wide ...