असली होमियोपैथी इलाज के नाम पर धोखा -डॉ रजनीश जैन https://youtu.be/KGoqsPkRMtk
परिचय स्वागत है श्री आर.के. होम्योपैथी सागवाड़ा, डूंगरपुर, राजस्थान में। हम यहां हैं आपके सेवा में, 25 वर्षों के अनुभव के साथ। डॉ. राजनीश जैन की अनुभवी मार्गदर्शन में, हम होम्योपैथी के माध्यम से आपके स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं। आज हम जानेंगे होम्योपैथी के विभिन्न पहलुओं के बारे में। होम्योपैथी का इतिहास और विकास होम्योपैथी, जिसे डॉ. सैमुअल हैनिमान ने 18वीं सदी के अंत में विकसित किया था, एक अनूठी चिकित्सा प्रणाली है। यह 'समरूपता के नियम' पर आधारित है, जिसका अर्थ है 'जैसा इलाज वैसा रोग'। यानी, जिस पदार्थ से स्वस्थ व्यक्ति में रोग के लक्षण उत्पन्न होते हैं, उसी पदार्थ को अत्यंत पतला करके उसी रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। डॉ. हैनिमान ने अपने सिद्धांत को सिद्ध करने के लिए कई प्रयोग किए और पाया कि कई प्राकृतिक पदार्थ, जब उन्हें अत्यंत पतला किया जाता है, तो वे शरीर के आत्म-उपचार तंत्र को सक्रिय कर सकते हैं। होम्योपैथी के प्रमुख सिद्धांत होम्योपैथी के मुख्य सिद्धांतों में शामिल हैं: समरूपता का नियम: समान लक्षणों का समान इलाज। संपूर्णता का उपचार: मानसिक, शारीरिक औ...
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